करवीर व्रत : आप की हर इच्छा पूरी करेगा यह व्रत
23 मई 2020, शनिवार, ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा
ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा को देवता के बगीचे में जाकर कनेर के वृक्ष का पूजन करें। उसको मूल और शाखा प्रशाखाओं के सहित स्नान कराकर लाल वस्त्र ओढ़ाकर गंध पुष्प धूप दीप और नैवेद्य आदि से पूजन करें ।उसके समीप सप्तधान्य रखकर उस पर केले, नारंगी ,बिजोरा और गुणक आदि स्थापित करें और
'करवीर विषावास नमस्ते भानुवल्लभ ।मौलीमण्डन दुर्गा आदिदेवानां सततं प्रिय।।'
इस मंत्र से अथवा
'ऊं आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मत्र्यंच हिरण्येन सविता रथेना देवो याति भुवनानि पश्यन्।। '
मंत्र से प्रार्थना करके पूजा सामग्री ब्राह्मण को दे दें। फिर घर जाकर व्रत करें यह व्रत सूर्य की आराधना का है। आपद्ग्रस्त अवस्था में स्त्रियों को तत्काल फल देता है ।प्राचीन काल में सावित्री, सरस्वती ,सत्यभामा और दमयंती आदि ने इसी व्रत से अभीष्ट फल प्राप्त किया था।
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